Monday, March 27, 2017
गिरफ़्त
लजाती भोर
धड़कता रंग
तुम्हरी शर्म।
Coy dawn
Hued thrill
Your blush.
Thursday, March 23, 2017
क़ायम
ख़ालिस भरोसा
मुन्तज़िर शोला
तुम्हारी छुअन।
Pure belief,
Waiting fire,
Your touch.
Tuesday, March 21, 2017
कलियाँ
रूहानी छुअन
मासूमी
सुर्ख़
तुम्हारे होंठ।
Spirit touch
Tender red
Your lips.
Wednesday, March 15, 2017
मीठी
शबनमी मासूम
है शहद सुनहरी
आवाज़ तुम्हारी।
Chaste dew,
Honey gold,
Your voice.
Saturday, March 11, 2017
गहरी
काली झील
सियाह रात
तेरी आँखें।
Black lake,
Inky night,
Your eyes.
Sunday, March 5, 2017
पोशीदा
सतह अब भी काँच सी सपाट है
गहराइयाँ भी उस रोज़ से, बाँझ
पोशीदा लहरों सी हैं कुछ यादें।
Surface still, as still as glass
Depths since, remain barren
Memories're invisible ripples.
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