सहेज रखे हैं वाकिये, यादें, पुरानी बातें कुछ
एक एक कर मेरे माज़ी ने ज़हन के खानों में
बुकशेल्फ बनाया है तुम्हारे लिए, पसंद आया?
Memories, Stories and some Conversations too
Saved lovingly in the Shelves of Consciousness
एक एक कर मेरे माज़ी ने ज़हन के खानों में
बुकशेल्फ बनाया है तुम्हारे लिए, पसंद आया?
Memories, Stories and some Conversations too
Saved lovingly in the Shelves of Consciousness
No comments:
Post a Comment