Sunday, January 1, 2023

दुआएँ

फिर सोच मजबूर है, वक़्त के वुजूद के सवाल पर
क्या वक़्त ग़ुज़र रहा है या वक़्त से हम ग़ुज़र रहे हैं 

साल नया है ज़रूऱ पर दुआएँ उसी साफ़ दिल से हैं। 

Thought once again is compelled by the existence of time
Is it time which passes by or is it us passing through time

The Year is New, the wishes hail from the same old heart!

Sunday, October 30, 2022

रिहा

कोरे क़ाग़ज़ पे जैसे, उतर रहें नए मायने 
वही सियाही ग़ुज़र रही है नई सी लहराते 

जूड़े से रिहा कर वेणी में बाँध लिए हैं बाल। 

New meanings alight upon the blank paper,
The same ink passes through in new waves,

Released from the bun, hair's retied in plaits.

Friday, August 5, 2022

धूल

ग़ुज़र महसूस होती है उसकी ज़रूर पर नज़र नहीं आता वो
झाड़ के कभी, कभी फूँक कर उसे थामने का वहम होता है

जो कहते हैं कि वक़्त किसने देखा है, ज़रा धूल पर ग़ौर करें।

One may feel that it passes but no one has ever really seen it,
By dusting, by blowing off at times, an illusion of stopping it,


The ones who say, 'Who's seen time?', need only look at dust.

Saturday, July 30, 2022

ख़ुशी के आँसूँ




















मन इस मौसम से भरा जा रहा है आज
सूखी आँखों से भी बदलियाँ छलकतीं हैं,

ग़म के भी देखो, ख़ुशी के आँसूँ होते हैं।


The heart's overwhelmed by the clime today,
Even the eyes long dry, might just brim over,

Sorrow too, you see, at times has tears of joy.

Monday, March 29, 2021

धूल

पुरानी डायरी पर से धूल झाड़ रहा था 
साथ कुछ अक्षर भी टपक गए पन्नों से 

गर्मियों में बारिश महकी थी कमरे में। 

As I was dusting that forgotten diary,
A few letters dripped from the pages,

That summer room smelt of petrichor.

Friday, October 16, 2020

आदतें

कुछ आदतें हमें सामने नज़र नहीं आतीं
महसूस होता है मगर, जब छूट जातीं हैं

लंबी उदासियों को शक़ होता है ख़ुशी पर।


There are some habits we can never see
But they're always felt when they're lost

Old sorrows are suspicious of happiness.

Friday, August 28, 2020

ख़याल

आसमान डूब गया है सूरज के पीछे
उफ़क़ पोंछ मिटा दिया है समंदर ने

मेरे ख़यालों की मेरी एक क़ायनात।

The sky has sunk behind the sun
The horizon wiped off by the sea

My thoughts and my world within.

Wednesday, August 26, 2020

बदलाव

मौसम बोलते हैं बदलती आवाज़ों में
ज़मीन जवाब में मिज़ाज बदलती है

जो बात बदलती नहीं, वो है बदलाव।

The weathers speak in changing voices,
The earth replies with changing moods,

Change, one thing which never changes.

Tuesday, August 25, 2020

अहम्

जैसा आज मिला हूँ, वैसा कल न रहूँगा
खुद की खोज क्या फिर बेमानी होती है

सफर इसलिए शायद मंज़िल से अहम् है।


How I find myself today, I won't be the same tomorrow
Then, is there no meaning to one's search for one's self

Perhaps why the journey is bigger than the destination.

Friday, August 21, 2020

वजह

कल मैं गहरे पानी में था
आज भी वहीँ, डूबा नहीं

रौशनी की वजह है अँधेरा।


I was in deep waters yesterday,
Today as well but not drowned,

It's light, because there's dark.

Wednesday, August 19, 2020

टुकड़ा

कुछ सुना था मैंने, बातों ही बातों में
लफ्ज़ याद नहीं, इक गूँज सी है बस

वक़्त का एक टुकड़ा गुम हो गया है।


I'd heard it amidst all the talk,
Words forgotten; just an echo,

A piece of time has been lost.

Tuesday, August 18, 2020

गश्त

नींद गश्त पे है मगर
गिरफ्तार नहीं करती

रात का घर खाली है।


Sleep is on the patrol,
But it does not arrest,

Night's house is vacant.

Saturday, March 14, 2020

ब्लैक एंड वाइट

क़रीब तो नुमाया
फ़ासले मटियाले

ब्लैक एंड वाइट।

If together, clear,
Grey when apart,

Black and White.

Sunday, March 8, 2020

ऱोज-ए-ज़न

जो इनसानी फ़ितरत में होनी चाहिए, ख़ून में साँसों जैसी
उस इज़्ज़त-ओ-बराबरी को याद दिलाना क्यों पड़े खुदको

मुबारक़ आज का ऱोज-ए-ज़न क्यों न हर रोज़ मुबारक़ हो?


What ought to be naturally in human nature, like breath in blood,
Why must we keep reminding ourselves of that respect & equality,

Why not the celebration of today's Women's Day, be for everyday?


ऱोज-ए-ज़न- 'Zan' stands for Woman in Urdu, 'Roz-e-Zan' is a lyrical interpretation for 'Woman's Day'.

Saturday, December 28, 2019

आज़ाद

बड़ा मिला जुला फंसा-फंसा सा ग़ुज़र गया
आने वाले से हम फिर भी उम्मीद रखते हैं

आज़ाद नए साल की आपको मुबारक़बाद।

It passed us by, all so mixed and caught up,
Let's still be hopeful about the one to come,

Wish you the best for a new year of freedom.