Wednesday, November 20, 2013

हैलो

इक अलग ही समां होता है हर रोज़ जहाँ गूँजतीं रहती हैं
सिर्फ़ कीबोर्ड की टक-टक और फ़ोन की घंटियाँ दिन भर

हैलो?! घूमने चलोगी, आज काम का बिलकुल मन नहीं है।

It's quite a different ambience which echoes everyday,
Of the staccato keyboard taps and ringings of phones,

Hello?! Let's go out; just don't feel like working today.

No comments:

Post a Comment