चंद लफ़्ज़ों की कहानी हूँ मैं
मुझे दास्ताँ बनने का शौक़ नहीं।
चंद मिन्टों की महमाँ हूँ में
मुझे लम्बी उम्र का ख़्वाब नहीं।
बस ज़रा सा ठहर जाओ,
मुझे सुन लो।
मुझे दास्ताँ बनने का शौक़ नहीं।
चंद मिन्टों की महमाँ हूँ में
मुझे लम्बी उम्र का ख़्वाब नहीं।
बस ज़रा सा ठहर जाओ,
मुझे सुन लो।
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