कुछ रोज़ की छोटी छोटी बातें हैं और कुछ कभी कभी की
मौसमों सी होतीं हैं ख़ुशियाँ अब बदले न जाने कब बदले
आवाज़, बातें, आँखें, हँसी, मुस्कान और तुम्हारा लिखा।
As Fleeting as the Weather, Moments of Happiness,
Some Everyday Littles Few Rares but All, from You.
No comments:
Post a Comment