अंदर ही टुकड़े-टुकड़े हो गयी है जो फाँस लगी थी कभी
सतह पर घाव भरा लगता है पर अब भी टीस उठती है
तुम्हारे न रहते, घोंटने लगतीं हैं भुलाई बिखरी वो यादें।
Healed on the Surface, lodged Splinters still Hurt within,
In Your Absence, Forgotten, Scattered Memories Choke.
सतह पर घाव भरा लगता है पर अब भी टीस उठती है
तुम्हारे न रहते, घोंटने लगतीं हैं भुलाई बिखरी वो यादें।
Healed on the Surface, lodged Splinters still Hurt within,
In Your Absence, Forgotten, Scattered Memories Choke.
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