बसते उजड़ते बार बार, वीरान खँडहर हो गया है
टूटी देहलीज़ पर अचानक रौशनी की दस्तक है
लफ़्ज़ों से तुम्हारे अपने दिल की दरारें भर लूँगा।
Lonely ruin of broken ties, Light knocks after long,
Let me fill the cracks within me, with Your Words.
टूटी देहलीज़ पर अचानक रौशनी की दस्तक है
लफ़्ज़ों से तुम्हारे अपने दिल की दरारें भर लूँगा।
Lonely ruin of broken ties, Light knocks after long,
Let me fill the cracks within me, with Your Words.
No comments:
Post a Comment