Saturday, September 27, 2014

ख़याली

नज़रों की नज़र पार के नज़ारे
ख़याली हैं, दिल ही से दीखते हैं

आज मन है गानेका, सुनोगी?

Visions Beyond Sight, for Heart's Eyes,
A Desire to Sing today, Will You Listen?

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