थक गया है ज़हन बड़ा, ख़ामोशी ढूंढता है
माज़ी न जाने क्यों बस बोलता ही रहता है
मेरी नींद तुम्हारे ही साथ रह गई है, देखो।
Mind seeks Silence but Memories Talk,
My Sleep, See, Remains just with You.
माज़ी न जाने क्यों बस बोलता ही रहता है
मेरी नींद तुम्हारे ही साथ रह गई है, देखो।
Mind seeks Silence but Memories Talk,
My Sleep, See, Remains just with You.
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