आग़ाज़ हुआ था इक अर्से पहले यूँ
राह वही ठान ली, जैसा हो अंजाम
मेरी क़लम, हमेशा सिर्फ़ तुम्हारी।
Path's Decided, Irrespective of End,
Will Forever remain Yours, My Pen.
राह वही ठान ली, जैसा हो अंजाम
मेरी क़लम, हमेशा सिर्फ़ तुम्हारी।
Path's Decided, Irrespective of End,
Will Forever remain Yours, My Pen.
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