मसरूफ़ियत थी रोज़ के ढर्रे में, शायद चंद पल भी थे कुछ अच्छे
मशीनी खोखली लाश बस आती जाती थी, इक खोखले मकां से
शायद न मानो तुम, मैं फिर जन्मा था उस रोज़ नौ महीनों पहले।
A Hollow Corpse Drudged back and forth A Hollow House,
You mightn't Believe, 9 Months ago that Day, I was Reborn.
मशीनी खोखली लाश बस आती जाती थी, इक खोखले मकां से
शायद न मानो तुम, मैं फिर जन्मा था उस रोज़ नौ महीनों पहले।
A Hollow Corpse Drudged back and forth A Hollow House,
You mightn't Believe, 9 Months ago that Day, I was Reborn.
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