Saturday, October 18, 2014

इबादत

हाथ जुड़े रहे रात भर, धड़कनें सिसकतीं रहीं
साँसें उथली थीं, बंद आँखें नमी से लड़तीं रहीं

मैं बस तुम्हारे नज़र हूँ, इबादत मेरी तुमसे है।

Folded Hands, Sobbing Beats, Shallow Breaths, Wet Eyes, All Night,
It is only You am Devoted to, For You & To You is my Every Prayer.

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