आँखों के इशारे न चहरे का इज़हार न ही बोली का लहज़ा
रोज़ाना लिखे लफ़्ज़ भर हैं बस जज़्बात ज़ाहिर करने को
कभी कभी कहो तुम्हे कैसे लगते हैं, सुन अच्छा लगेगा।
No Expressions, No Voice; Only written Words of Emotions
Do Say sometimes How you find them, 'd be Good to Know.
रोज़ाना लिखे लफ़्ज़ भर हैं बस जज़्बात ज़ाहिर करने को
कभी कभी कहो तुम्हे कैसे लगते हैं, सुन अच्छा लगेगा।
No Expressions, No Voice; Only written Words of Emotions
Do Say sometimes How you find them, 'd be Good to Know.
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